THE SMART TRICK OF SHIV CHAISA THAT NOBODY IS DISCUSSING

The smart Trick of Shiv chaisa That Nobody is Discussing

The smart Trick of Shiv chaisa That Nobody is Discussing

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देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

Shiv Chalisa is often a “forty verse” prayer which praises the Lord and asks for his assist in eradicating hardships and obstacles in devotee’s life.

Chalisa is actually a forty-verse prayer dedicated to a selected Hindu God or Goddess. The verses of the Chalisa glorify the acts and deeds of your deities. It contains verses praying towards the Lord for ending sorrow in our lives and delivers peace, overall health, and prosperity.

अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।

आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

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अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

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तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

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